यह शब्द इस्राएलियों को दर्शाता है।
यहोवा चाहते हैं कि उनके लोग केवल उनकी उपासना करें।
यहोवा के गुस्से की बात की जाती है जैसे कि वह एक आग थी जो उन्हें नष्ट कर देगी।