hi_tn/psa/119/123.md

20 lines
841 B
Markdown

# बाट जोहते-जोहते धुँधली पड़ गई हैं
मैं इंतजार करते-करते थक गया
# तुझ से उद्धार पाने, और तेरे धर्ममय वचन के पूरे होने
ताकि तू अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार मुझे बचाए
# तेरे धर्ममय वचन
तेरी धर्ममय प्रतिज्ञा
# अपने दास के संग अपनी करुणा के अनुसार बर्ताव कर
अपने को दास को यानि मुझे दिखा
# अपनी करुणा
कि तू मुझे वफादारी से प्रेम करता है