hi_tn/jer/15/17.md

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तेरी छाया मुझ पर हुई।

"मैंने समय नहीं बिताया"।

मेरी पीड़ा क्यों लगातार बनी रहती है ?

मेरा दर्द जारी है और मेरा घाव का कोई ईलाज नही है। मैं ठीक नही हो सकता।

क्या तू सचमुच मेरे लिये धोखा देनेवाली नदी और सूखनेवाले जल के समान होगा ?

“मेरे लिए तेरे वादे एक धारा की तरह है जो मैं पीने जाता हूं ताकि वह सूख जाए।