hi_tn/gen/34/11.md

20 lines
1.7 KiB
Markdown

# शेकेम ने भी दीना के पिता से कहा
“शेकेम ने दीना के पिता याकूब से कहा"।
# “यदि मुझ पर तुम लोगों की अनुग्रह की दृष्टि हो, तो जो कुछ तुम मुझसे कहो
यहाँ "आंखें“ एक व्यक्ति के विचारों के लिए है कि यदि तू मुझे स्वीकार करेंगा, तो मैं तुम्हें जो कुछ भी तुम माँगोगे दे दूगा"।
# कितना ही मूल्य
कुछ संस्कृतियों में, एक आदमी के लिए जरुरी है पैसे, संपत्ति, पशु, और शादी के समय दुल्हन के परिवार के लिए अन्य उपहार ले के आना।
# तब यह सोचकर कि शेकेम ने हमारी बहन दीना को अशुद्ध किया है
"लेकिन याकूब के बेटों शेकेम और हमोर से झूठ बोलता है जब वे उन्हें जवाब देता है”।
# शेकेम और उसके पिता हमोर को छल के साथ यह उत्तर दिया
इसका मतलब यह है कि शेकेम ने दीना का बहुत अपमान किया था और उसे अपने साथ सोने के लिए मजबूर किया था।