पौलुस चाहता था कि कुलुस्से के विश्वासी जान लें कि यह पत्र पौलुस ही का है।
इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “मुझे स्मरण रखकर, मेरे लिए प्रर्थाना करना क्योंकि मैं कारागार में हूं”।