\v 21 तव का व्यवस्था परमेश्‍वरको प्रतिज्ञाके बिरुद हए क? कबहु न हय। अगर जिन्दा करनके व्यवस्था दओ हुइतो तव धार्मिकता नेहत्य व्यवस्थासे आतो। \v 22 तव धर्मशास्त्र बतात् हए, कि सब चीज पापके कैदमे हए, ताकि जौन प्रतिज्ञा येशू ख्रीष्ट उपर विश्‍वास दओ हए, बा विश्‍वास करन बारेनके दओ हए।