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\v 15 तव पच्छु हम हुवाँसे नईँयामे यात्रा करके अउ‌‍‌रो दिन खियसके ढिगै आए पुगे, और प्रसओ सामोसमे आए पुगे, \v 16 एशियामे समय बिताएके बिचार नए हुइके बे एसिससमे नए घुसके जानके बिचार करी | काहेकी बे पेन्तिकोसके दिन यरुशलेम मे पुगन बे अणबाणत् रहँए |