thr_act_text_reg/27/36.txt

1 line
448 B
Plaintext

\v 36 \v 37 \v 38 36 तव बे फिर हौसला पाएके कुछ खानबारी चीज खाइँ | 37 [जहाजमे होनबारे हम जम्मा दुई सय छयहत्रर जनै रहए |] 38 बे अघाएके खाएके पिच्छु जहाज हलको करन ताहिँ समुन्द्रमे गेहुं फेक दैं |