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\v 6 | फिलिपको कहो भव वचन सुनके और बाको करो भव चिन्ह देखके, भीड एक मनको हुइके बिनकी बातमे ध्यान दै | \v 7 काहेकी बहुत जनैसे अशुध्द आत्मा बणो जोणसे चिल्लएके निकरन लागे, और बहुत जनी पक्षाघातके रोगी और लंगणा फिर अच्छे भए | \v 8 जहेमारे बा सहेरमे बहुत आनन्द भव |