thr_act_text_reg/23/01.txt

1 line
932 B
Plaintext

\c 23 \v 1 1 "पावल महासभा घेन एक नजर लगाएके देखि, और कहि, भैया रेओ, आज के दिन तक परमेश्वरको नजरमे मए शुध्द विचारसे जीवन बितात हौं |"" " \v 2 2 जा बातमे प्रधान पूजारी हनानिया बाके जौने ठाणो बारेनके मुँहमे मारन हुकुम दै | \v 3 3 "तव पावल उनसे कहि, ""हे चुना से लिपो भित | तुमके फिर परमेश्वर प्रहार करैगो | तुम व्यवस्था अनुसार मिर नेओ करन वैठके का व्यवस्थाके उल्टा मोके मारन हुकुम देत हओ?"