thr_act_text_reg/21/12.txt

1 line
790 B
Plaintext

\v 12 12 जा बात सुनके हम और बा ठाउँके आदमी मिलके बिनसे यरुशलेममे मत् जाओ करके बिन्ती करे | \v 13 13 पर पावल जवाफ दै, “तुम अइसे रोएके मिर मनके काहे छोटो(तोडत) बनात हौ? काहेकी प्रभु येशूके नाउँके ताहिँ जेल पणनो इकल्लो ना, पर यरुशलेममे मरन फिर मए तयार हौ | \v 14 14 "बाके मनाए नाए पाएके "प्रभुको इच्छा पुरा होबए करके हम चुप लागे |"