\v 28 "जहेमारे तुमके पता होबए, कि परमेश्वरको जा मुक्ति अन्यजातिन के ताहिँ पठाई हए, और बे सुनङ्गे ।" \v 29 और बा जे वचन कहिके पिच्छु यहूदी आपसमे गजब काहसुनी करतए विदा भए ।