thr_act_text_reg/03/17.txt

1 line
465 B
Plaintext

\v 17 मेरे भैइऔ, मोके पता हए, कि तुम अन्जानमे अइसो करेहौ, और तुमरे शासक फिर उइसी करीं | \v 18 बाको ख्रीष्ट दु:ख भोगन पड्हए कहिके परमेश्वर सब अगमवक्ताके मुहुसे कहो अगमबाणी बो अइसे पुरा करी |