thr_act_text_reg/26/27.txt

1 line
814 B
Plaintext

\v 27 "राजा अग्रिपस ,का तुम अगमवक्ताके उपर विश्‍वास करात हौ मए जनत हौं, तुम विश्वास करात हौं ?" \v 28 "अग्रिपस पावलसे कहि, " का थोरि समयमे तए मोके ख्रीष्टियन बनान चाहत हौ?" \v 29 "पावल जवाफ दै, " थोरि समयमे होबए या बहुत जे सँकार तोडके तुम इकल्लो ना पर आज मिर बात सुनन बारे सव मिर जैसो होमए कहिके मए परमेश्‍वारसे प्रार्थना करात हौं ।"