\v 33 जे थोरी दिन हुवाँ बिताईके पिच्छु, हुवाँके भैया जिनके पठान बारेनके खुशीके साथ बिदा दैके पठाई । \v 34 पर सिलाश के हुवाँ बैठन ठीक लागो । \v 35 पावल और बारनाबास त शिक्षा देतए और प्रभुको वचन प्रचार करत और बहुत आदमीके सँग एन्टिओखियामे बैठे ।