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\c 2 \v 1 जब पेन्तिकोसको दिन आओ, बे सब एक ठाउँमे इक्ठ्ठा हुइके बैठे रहएँ । \v 2 तव स्वर्गसे एकबरि बड़ो आँधीको झोका जैसो एक आवाज आओ, और बे बैठो भव पुरो घर भरिगओ । \v 3 आगीको लपत जैसो बिनके ठिन दिखानोऔर बट-बटके बे सबएन के उपर बैठे । \v 4 तव बे सब पवित्र आत्मासे भरिगए, और जइसे पवित्र आत्मा बिनके बारदन दै बहेकता बे अन्या भाषामे मस्कन लागे ।