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\v 26 | तव पिच्छु प्रभुको एक दुत फिलिपसे कहि, “उठ दक्खिँन यरुशलेमके गाजा घेन जान बारी डगरमे जाओ | हुवाँ उजाण खेरोक् डगर हए |” \v 27 और फिलिप उठके गव, और एक जनी इथियोपियाली नपुंसकके भेटी, जो इथियोपिया देशकी महारानी कन्दाकी बणी पदधिकारी और समस्त सम्पतिको कोषाध्यक्ष रहए | बे यरुशलेममे आराधाना करन् गय रहएँ | \v 28 बे लौटत रहएँ, और अपन रथमे वैठके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् रहएँ |