\v 4 तव किनारे ठाणे भए कहिं, का तए परमेश्वरको प्रधान पुजारीके अपमान करत हय? \v 5 "तव पावल कहि, भैयाओ, बे प्रधान पूजारी हए कहिके मोके पता न रहए | काहेकि लिखो हए, तए अपन जनताके शासकको खराबी मत मसकिए, ।"