\v 23 काहेकी जौन परमेश्‍वारको मए हौँ । और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए । \v 24 बा मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्‍वार तुमरे हातमे सौप दै हए ।' \v 25 जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्‍वारमे विश्‍वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए । \v 26 पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो ।”