\v 17 अब कुछ वर्ष पिच्छु अपन जातिनके ताहिं दान और भेटी देन मए आओ रहौं । \v 18 जे मोके मन्दिरमे पाएके शुध्द होनबारो बिधि मए पुरा करडरो रहौं | हुवाँ कोइ भीड न रहए, होहल्ला फिर न रहए । पर हुवाँ एशियाको कोइ यहूदी रहए, \v 19 बे हियाँ तुमरे अग्गु हाजिर होन पडन रहए । मेरे बिरुध्दमे अगर कोइ बात हए कहेसे तव बे दोष लगाए सक्त रहयँ ।