\v 27 27 जहेमारे हम यहूदा और सिलासके पठए हए | बे फिर बहे बात मुहसे बतए हँए | \v 28 28 काहेकि पवित्र आत्मा और हमके जा ठीक लागो, की जे जरुरि बातसे अलावा और जद्धी बोझ तुमके ना बोकए हए | \v 29 29 "तुम मुर्तिको बलि चढओ भव चिझ, रगत, घेट अमेठके मारो भव पशुको बुट्टी और व्याविचार से अलग रहिओ| जे बातसे अलग रहाईगे तव अच्छो होबैगो | बिदा |"