\v 12 जब सबेरे उजियारो भव यहूदी एक ठिन जमा हुइके पावालके न मारन तक कछु न खान और न पिन कसम खाइँ |। \v 13 जा षड्यन्त्र करन बारे आदमी चालिससे फिर जाधा रहँए ।