From ec4fd45ee935bae2b07bc84e71fa85d08451a58e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Wed, 10 May 2023 16:02:19 +0545 Subject: [PATCH] Wed May 10 2023 16:02:19 GMT+0545 (Nepal Time) --- 19/18.txt | 2 +- 19/21.txt | 2 +- 19/23.txt | 2 +- 19/26.txt | 2 +- 19/28.txt | 2 +- 5 files changed, 5 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/19/18.txt b/19/18.txt index 34580be..884f889 100644 --- a/19/18.txt +++ b/19/18.txt @@ -1 +1 @@ -\v 18 \v 19 \v 20 18 विश्वास करे भए तमान आदमि आए, और बे करो भौ अपन-अपन गलत कामके स्वीकर करके बे दिखाई | 19 बे मैसे तमान आदमी, जौन जौन तन्तरमन्तर करत रहैँ, और अपन अपन किताब बटोर लाइ, और सब के अग्गु डुंग दइँ, बे उनके मोल करी ता पचास हजार चाँदीको सिक्काको हिसाब लागो | 20 अइसीए प्रभुको वचन फैलत गव और प्रभाबकारी भओ | \ No newline at end of file +\v 18 18 विश्वास करे भए तमान आदमि आए, और बे करो भौ अपन-अपन गलत कामके स्वीकर करके बे दिखाई | \v 19 19 बे मैसे तमान आदमी, जौन जौन तन्तरमन्तर करत रहैँ, और अपन अपन किताब बटोर लाइ, और सब के अग्गु डुंग दइँ, बे उनके मोल करी ता पचास हजार चाँदीको सिक्काको हिसाब लागो | \v 20 20 अइसीए प्रभुको वचन फैलत गव और प्रभाबकारी भओ | \ No newline at end of file diff --git a/19/21.txt b/19/21.txt index 93562b9..5081ca1 100644 --- a/19/21.txt +++ b/19/21.txt @@ -1 +1 @@ -\v 21 \v 22 21 "जा घटना पच्छु, पवित्रा आत्माको प्रेरणामे पावल अखैयाक डगर हुइके यरुशलेम जान निर्णय करी | बा कहि, ""हुआ पुगके मोके रोम जानए पणैगो" 22 बाको सेवा करन बाले दुई आदमी, तिमोथी और इरसतसके वो माकेडोनियामे पठाई, पर बो अपना थोरी दिन एशियामे रहो | \ No newline at end of file +\v 21 21 "जा घटना पच्छु, पवित्रा आत्माको प्रेरणामे पावल अखैयाक डगर हुइके यरुशलेम जान निर्णय करी | बा कहि, ""हुआ पुगके मोके रोम जानए पणैगो" \v 22 22 बाको सेवा करन बाले दुई आदमी, तिमोथी और इरसतसके वो माकेडोनियामे पठाई, पर बो अपना थोरी दिन एशियामे रहो | \ No newline at end of file diff --git a/19/23.txt b/19/23.txt index 543ae92..e0d16e0 100644 --- a/19/23.txt +++ b/19/23.txt @@ -1 +1 @@ -\v 23 \v 24 \v 25 | 23 बहे बखत जा डगरको विषयमे खुब हलचल मचो | 24 काहेकी डेमेत्रियस नाउँको एक आदमी चाँदीक कारीगर अर्तिमिस देविक चाँदीक छोटो छोटो मन्दिर बनाइके कारिगरके गजब काम दिबात रहैँ | 25 "तव उनके और ऐसी काम कारन बालेके बो एकठ्ठा करके बो कहि, ""भईया रेओ, तुमके पता है की जहए कामसे हमर अच्छी कमाइ होतहए | " \ No newline at end of file +\v 23 | 23 बहे बखत जा डगरको विषयमे खुब हलचल मचो | \v 24 24 काहेकी डेमेत्रियस नाउँको एक आदमी चाँदीक कारीगर अर्तिमिस देविक चाँदीक छोटो छोटो मन्दिर बनाइके कारिगरके गजब काम दिबात रहैँ | \v 25 25 "तव उनके और ऐसी काम कारन बालेके बो एकठ्ठा करके बो कहि, ""भईया रेओ, तुमके पता है की जहए कामसे हमर अच्छी कमाइ होतहए | " \ No newline at end of file diff --git a/19/26.txt b/19/26.txt index d68d2ab..e559a2d 100644 --- a/19/26.txt +++ b/19/26.txt @@ -1 +1 @@ -\v 26 \v 27 26 तुम देख रहे हौ और सुन रहे हौ, की एफिससमे इकल्लो नाए पर लगभग पुरो एशियामे हाथसे बनाए भए देवीदेवता कछु ना हएँ कहिके पावल तामान आदमिक भिडके फुलसाएके बहकाइके लैगओ | 27 तहि मारे हमर कामको बढाई नाश इकल्लो नाए पर महान देवि आर्तेमिसको मन्दिर फिर बेकार हुइ है, और सारा एशिया और संसार मानत आओ देवी अपन गौरवसे पतन हुई जाबैगी | \ No newline at end of file +\v 26 26 तुम देख रहे हौ और सुन रहे हौ, की एफिससमे इकल्लो नाए पर लगभग पुरो एशियामे हाथसे बनाए भए देवीदेवता कछु ना हएँ कहिके पावल तामान आदमिक भिडके फुलसाएके बहकाइके लैगओ | \v 27 27 तहि मारे हमर कामको बढाई नाश इकल्लो नाए पर महान देवि आर्तेमिसको मन्दिर फिर बेकार हुइ है, और सारा एशिया और संसार मानत आओ देवी अपन गौरवसे पतन हुई जाबैगी | \ No newline at end of file diff --git a/19/28.txt b/19/28.txt index bae5fe0..c2b6a22 100644 --- a/19/28.txt +++ b/19/28.txt @@ -1 +1 @@ -\v 28 \v 29 28 जा सुनके बे गुस्सासे भरगए, "एफिसिकी आर्तेमिस महान है |" कहिके चिल्लान लागे |" 29 सब सहेरमे होहल्ला हुइगव और बे एक जुट हुइके पावलके सहयात्री माकेड़ोनिया बासि गयस और अरिस्तार्खसके पकड्के रङ्गशालाक भितर कढेरत लैगए | \ No newline at end of file +\v 28 28 जा सुनके बे गुस्सासे भरगए, "एफिसिकी आर्तेमिस महान है |" कहिके चिल्लान लागे |" \v 29 29 सब सहेरमे होहल्ला हुइगव और बे एक जुट हुइके पावलके सहयात्री माकेड़ोनिया बासि गयस और अरिस्तार्खसके पकड्के रङ्गशालाक भितर कढेरत लैगए | \ No newline at end of file