From d7f27b6b76baac0ba6774d38e398c2421072e506 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Thu, 13 Apr 2023 18:01:50 +0545 Subject: [PATCH] Thu Apr 13 2023 18:01:49 GMT+0545 (Nepal Time) --- 02/22.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/02/22.txt b/02/22.txt index 27d8a04..49f1434 100644 --- a/02/22.txt +++ b/02/22.txt @@ -1 +1 @@ -\v 22 " इस्राएलके आदमीओ तुम, जा बात सुनाओ, नासरतको येशू अइसो आदमी रहए, जौनके परमेश्वर शाक्तिशाली काम और अचम्मोको चिन्ह से तुमरे आग्गु दिखाई | तुमके पतए हए कि परमेस्वर तुमर बीचमे जे काम बाकेद्वारा करी हए | " \v 23 जा परमेश्वर पहिलेसे ठहराओ भव जुगाड रहए औरयेशूके उपर बितन वारी बातके बारेमे बा पहिलेसे जानत रहए औ पाकड़ओ पाणोंगओ जहे येशूके अधर्मी आदमीके हातसे तुम क्रुसमे टाँगके मारे | \v 24 बाके परमेश्वर मृत्युके दुखसे छुट्कार दैके जिन्दा करी | काहेकी मृत्युके बसमे बाके रहनो असम्भव रहए, \ No newline at end of file +\v 22 " इस्राएलके आदमीओ तुम, जा बात सुनाओ, नासरतको येशू अइसो आदमी रहए, जौनके परमेश्वर शाक्तिशाली काम और अचम्मोको चिन्ह से तुमरे आग्गु दिखाई | तुमके पतए हए कि परमेश्वर तुमर बीचमे जे काम बाकेद्वारा करी हए | " \v 23 जा परमेश्वर पहिलेसे ठहराओ भव जुगाड रहए औरयेशूके उपर बितन वारी बातके बारेमे बा पहिलेसे जानत रहए औ पाकड़ओ पाणोंगओ जहे येशूके अधर्मी आदमीके हातसे तुम क्रुसमे टाँगके मारे | \v 24 बाके परमेश्वर मृत्युके दुखसे छुट्कार दैके जिन्दा करी | काहेकी मृत्युके बसमे बाके रहनो असम्भव रहए, \ No newline at end of file