From cfd33f6bd459aa0ffc790abd6c8d3378d8253996 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Wed, 26 Jul 2023 09:02:28 +0545 Subject: [PATCH] Wed Jul 26 2023 09:02:27 GMT+0545 (Nepal Time) --- 23/04.txt | 2 +- 23/06.txt | 2 +- manifest.json | 2 ++ 3 files changed, 4 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/23/04.txt b/23/04.txt index e629572..4f00e8c 100644 --- a/23/04.txt +++ b/23/04.txt @@ -1 +1 @@ -\v 4 4 तव किनारे ठाणे भए कहिं, का तए परमेश्वरको प्रधान पुजारीके अपमान करत हय? \v 5 5 "तव पावल कहि, भैयाओ, बे प्रधान पूजारी हए कहिके मोके पता न रहए | काहेकि लिखो हए, तए अपन जनताके शासकको खराबी मत मसकिए, |" \ No newline at end of file +\v 4 तव किनारे ठाणे भए कहिं, का तए परमेश्वरको प्रधान पुजारीके अपमान करत हय? \v 5 "तव पावल कहि, भैयाओ, बे प्रधान पूजारी हए कहिके मोके पता न रहए | काहेकि लिखो हए, तए अपन जनताके शासकको खराबी मत मसकिए, ।" \ No newline at end of file diff --git a/23/06.txt b/23/06.txt index f8b7934..f9ab239 100644 --- a/23/06.txt +++ b/23/06.txt @@ -1 +1 @@ -\v 6 6 "पर बा महासभामे एक दल सदुकी और दुसरो दल फरिसी हयँ कहिके पता पाएके पावल जोणसे कहि, भैयाओ, मए ता फरिसीकी लौडा फरिसी हौं | मरे आदमिनको आशा और पुनरुत्थानको कारनसे मिर मुद्दा चल रहो हए |" \v 7 7 बा अइसो कहि तव फरीसी और सदुकीके बिचमे मतभेद हुइगओ, और भीडमे दुई भाग हुइगओ । \v 8 काहेकि सदुकी कहात हएँ की पुनरुत्थान, स्वर्गदूत आत्मा कहान बाले कछु फिर न हएँ । पर फरिसी जे सबय मानत हँए । \ No newline at end of file +\v 6 "पर बा महासभामे एक दल सदुकी और दुसरो दल फरिसी हयँ कहिके पता पाएके पावल जोणसे कहि, भैयाओ, मए ता फरिसीकी लौडा फरिसी हौं । मरे आदमिनको आशा और पुनरुत्थानको कारनसे मिर मुद्दा चल रहो हए ।" \v 7 बा अइसो कहि तव फरीसी और सदुकीके बिचमे मतभेद हुइगओ, और भीडमे दुई भाग हुइगओ । \v 8 काहेकि सदुकी कहात हएँ की पुनरुत्थान, स्वर्गदूत आत्मा कहान बाले कछु फिर न हएँ । पर फरिसी जे सबय मानत हँए । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 613fd12..bfbcb39 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -194,6 +194,8 @@ "21-title", "22-title", "23-title", + "23-04", + "23-06", "23-09", "23-11", "23-12",