From c643c6914e15b18780af5a1fff866150bdaf9398 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Thu, 13 Apr 2023 19:22:28 +0545 Subject: [PATCH] Thu Apr 13 2023 19:22:28 GMT+0545 (Nepal Time) --- 23/09.txt | 1 + 23/11.txt | 1 + 2 files changed, 2 insertions(+) create mode 100644 23/09.txt create mode 100644 23/11.txt diff --git a/23/09.txt b/23/09.txt new file mode 100644 index 0000000..31dc10b --- /dev/null +++ b/23/09.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 9 \v 10 9 "हुवाँ गजब हल्ला होन लागो, और फरिसी दलके कुछ शास्त्री ठाडके अइसे कहात बिबाद करन लगे, "" जा आदमीमे हम कछु खराब न पाए हएँ | अगर आत्मा या स्वर्गदूत जाके अइसो कहि तव का ? " 10 हुवाँ बडो मतभेद भव पिच्छु उनके हातसे पावलके नोचाखोचीं करहएँ कहिके डरसे सेनपति सिपैयनसे तरे जाएके बिनके उनके बीचसे जबरजत्ति से लाएके ब्यारेक भितर लैजाओ कहिके आज्ञा दै | \ No newline at end of file diff --git a/23/11.txt b/23/11.txt new file mode 100644 index 0000000..7e48cdb --- /dev/null +++ b/23/11.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 11 11 "दुसरे रातके प्रभु उनके जौने ठाडके कहि, "" हिम्मत कर, पावल काहेकी जैसी तुम यरुशलेममे मिर विषयमे गवाही दऔ, उइसी तोके रोममे फिर गवाही देन पडैगो | \ No newline at end of file