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\v 46 | काहेकी अन्य भाषामे बोलके बे परमेश्वरको प्रशंसा करतभओ बे सुनी | तव पत्रुस कहि, \v 47 हमरकता पवित्र आत्मा पानबारे यिनके पानीको बप्तिस्मा होनसे कौन मनाही करपएहए?” \v 48 और बे कहिँ बिनके येशू ख्रीष्टके नाउँमे बप्तिस्मा देबाओ करके आज्ञा करीं | तव बे पत्रुसके कछु दिन हुनए रहाए कहिके बिन्ती करीँ |
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\v 46 । काहेकी अन्य भाषामे बोलके बे परमेश्वरको प्रशंसा करतभओ बे सुनी | तव पत्रुस कहि, \v 47 हमरकता पवित्र आत्मा पानबारे यिनके पानीको बप्तिस्मा होनसे कौन मनाही करपएहए?” \v 48 और बे कहिँ बिनके येशू ख्रीष्टके नाउँमे बप्तिस्मा देबाओ करके आज्ञा करीं । तव बे पत्रुसके कछु दिन हुनए रहाए कहिके बिन्ती करीँ ।
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\c 11 \v 1 यहूदियामे होनबारे प्रेरित और भैया, अन्यजाति फिर परमेश्वरको वचन ग्रहण करी हएँ कहिके सुनीं | \v 2 जब पत्रुस यरुशलेममे आओ, तव खतना करन बारेनको दल बिनसे अइसे कहात बिनको बदनाम करिं, \v 3 "खतना नाभए आदमीनके ठिन जाईके बिनके संग तुम काहे खानपिन करे? "
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\c 11 \v 1 यहूदियामे होनबारे प्रेरित और भैया, अन्यजाति फिर परमेश्वरको वचन ग्रहण करी हएँ कहिके सुनीं । \v 2 जब पत्रुस यरुशलेममे आओ, तव खतना करन बारेनको दल बिनसे अइसे कहात बिनको बदनाम करिं, \v 3 "खतना नाभए आदमीनके ठिन जाईके बिनके संग तुम काहे खानपिन करे? "
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\v 4 " तव पत्रुस सुरुसे बिनके एक एक बात बतान लागो: \v 5 "मए योप्पा सहेरमे प्रार्थना करत् रहौ, और ध्यान-मग्न रहौ, तव एक बणो तन्ना जैसो चार कोनेमे पकणो तरे झरतभव कुछ चीज मए दर्शनमे देखो, और बो मिर ठिन आओ | " \v 6 मए निहारके देखो हुवाँ पृथ्बीके जनावर और जंगली जनावर, घिस्रन बारे जन्तु और आकाशके चिरैचिरगुनी देखो |
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\v 4 " तव पत्रुस सुरुसे बिनके एक एक बात बतान लागो: \v 5 "मए योप्पा सहेरमे प्रार्थना करत् रहौ, और ध्यान-मग्न रहौ, तव एक बणो तन्ना जैसो चार कोनेमे पकणो तरे झरतभव कुछ चीज मए दर्शनमे देखो, और बो मिर ठिन आओ ।" \v 6 मए निहारके देखो हुवाँ पृथ्बीके जनावर और जंगली जनावर, घिस्रन बारे जन्तु और आकाशके चिरैचिरगुनी देखो ।
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\v 7 | मोके अइसो कहान बारो एक आवाज मए सुनो, 'पत्रुस उठ, और मारके खा ।' \v 8 "तव मए कहो, 'नाए प्रभु, कोइ अपवित्र अथबा अशुध्द चीज मेरे मुहुमे कबहु नाए डारो हौ ।” " \v 9 "तव बहे अवाज दुस्रो चोटी मोसे कहि, 'जो परमेश्वर शुध्द करी हए बाके तुम अपवित्र मत कहओ ।' " \v 10 तीन चोटी उइसी भव, और बे सब फिर स्वर्गमे चलेगए ।
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\v 7 । मोके अइसो कहान बारो एक आवाज मए सुनो, 'पत्रुस उठ, और मारके खा ।' \v 8 "तव मए कहो, 'नाए प्रभु, कोइ अपवित्र अथबा अशुध्द चीज मेरे मुहुमे कबहु नाए डारो हौ ।” " \v 9 "तव बहे अवाज दुस्रो चोटी मोसे कहि, 'जो परमेश्वर शुध्द करी हए बाके तुम अपवित्र मत कहओ ।' " \v 10 तीन चोटी उइसी भव, और बे सब फिर स्वर्गमे चलेगए ।
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"09-13",
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"10-title",
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"11-title",
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"11-01",
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"11-04",
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"11-07",
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"11-11",
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"11-15",
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"11-17",
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