From 86fc9c0a06baca49b92964afaee1405cb6455e63 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Wed, 19 Apr 2023 17:42:52 +0545 Subject: [PATCH] Wed Apr 19 2023 17:42:12 GMT+0545 (Nepal Time) --- 26/19.txt | 1 + 26/22.txt | 1 + 2 files changed, 2 insertions(+) create mode 100644 26/19.txt create mode 100644 26/22.txt diff --git a/26/19.txt b/26/19.txt new file mode 100644 index 0000000..7148529 --- /dev/null +++ b/26/19.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 19 \v 20 \v 21 19 जहेमारे हे राजा अग्रिपस स्वर्गीय दर्शनके ताँहि मय अनाज्ञकारी ना भव | 20 पर पहिले दमस्कसमे, तव यरूशलेममे और सबए यहूदिया देश भर रहन बारे और अन्यजातिन के फिर पश्चाताप करके परमेश्वर घेन लौटौ और अपन पश्चाताप योग्यके काम करओ कहिके मए प्रचार करो हौं | 21 जहेमारे यहूदी मोके मन्दिरमे पकडके मारन कोशिस करीं | \ No newline at end of file diff --git a/26/22.txt b/26/22.txt new file mode 100644 index 0000000..fb6da03 --- /dev/null +++ b/26/22.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 22 \v 23 22 आजके दिन तक परमेश्वरसे मए सहायता पाओ | तबहि मारे छोटो बडो दोनौ के गवाही देत मए हिना ठाड़ो हौ| अगमवक्ता और मोशासे कहो वचन अवश्य पुरा हुइहए कहि बातके मए कछु ना कहो हौं | 23 "बे कहिँ हँए कि ख्रिष्टके दु : ख भोगन पडैगो, और मारके जिन्दा भव रहए पहिलो हुइके बा अपन जाति और अन्यजातिके ज्योतिको घोषणा करहए |" \ No newline at end of file