Tue Apr 25 2023 20:56:38 GMT+0545 (Nepal Time)
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c13f7c0bae
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68c0637a41
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\v 11 \v 12 11 तिन महिना पिच्छु, हम अलेक्जेन्ड्रीया के जहाज मे चढे | जा जहाज जाडोक महिनामे जहए टापु मे रहए |जहाज के अग्गुक भागमे जुरिया देवताको मुर्ति बनो रहए | 12 सुराकुसाइमे पुगके हम हुवाँ तिन दिन बैठे |
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\v 11 तिन महिना पिच्छु, हम अलेक्जेन्ड्रीया के जहाज मे चढे ।जा जहाज जाडोक महिनामे जहए टापु मे रहए ।जहाज के अग्गुक भागमे जुरिया देवताको मुर्ति बनो रहए । \v 12 सुराकुसाइमे पुगके हम हुवाँ तिन दिन बैठे ।
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\v 13 हुवाँ से हम किनारे-किनारे रेगियनमे आए पुगे । एक दिन पिच्छु दखिन से हवा चली, और दुसरे दिन हम पटिओलिमे आइपुगे । \v 14 हुवाँ हम भैनके मिले, और बे हमके सात दिन तक उनके संग मे रहन के बिन्ति करीँ । अेसी हम रोम मे आए पुगे । \v 15 हुवाँ से हमर आगमनको खबर सुनके भैया हमके मिलन अप्पियसके बजार और तिन-पाटि कहन बारो ठाउँमे आए रहए । बिनके देखके पावल परमेश्वरमे धन्यवाद चढाई, और हिम्मत पाई ।
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\v 13 हुवाँ से हम किनारे-किनारे रेगियनमे आए पुगे । एक दिन पिच्छु दखिन से हवा चली, और दुसरे दिन हम पटिओलिमे आइपुगे । \v 14 हुवाँ हम भैनके मिले, और बे हमके सात दिन तक उनके संग मे रहन के बिन्ति करीँ । अइसी हम रोम मे आए पुगे । \v 15 हुवाँ से हमर आगमनको खबर सुनके भैया हमके मिलन अप्पियसके बजार और तिन-पाटि कहन बारो ठाउँमे आए रहए । बिनके देखके पावल परमेश्वरमे धन्यवाद चढाई, और हिम्मत पाई ।
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"26-title",
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"27-title",
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"28-title",
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"28-13",
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"28-16",
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"28-19",
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"28-21",
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