Wed May 10 2023 17:04:24 GMT+0545 (Nepal Time)
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\v 12 \v 13 12 जा बन्दरगाह हिउँत् काटन ताहिं असुबिधा होन कारनसे कोइ हलतमे फिर फोनिक्समे पुगके जाणो बितान पडहए करके बहुत जैसे हुवाँसे जहाज चलानके सल्लाह दैं । फोनिक्स त क्रेटको एक बन्दरगाह हए जो दक्खिन पछार और सिरे पछारके घुमो हए | 13 जब दक्खिन आँधी धीरेसे चलन लागि, बिनकी इच्छा पुरी हुइहए करके बे क्रेटके किनारे किनारे होत यात्रा करन लागे |
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\v 12 12 जा बन्दरगाह हिउँत् काटन ताहिं असुबिधा होन कारनसे कोइ हलतमे फिर फोनिक्समे पुगके जाणो बितान पडहए करके बहुत जैसे हुवाँसे जहाज चलानके सल्लाह दैं । फोनिक्स त क्रेटको एक बन्दरगाह हए जो दक्खिन पछार और सिरे पछारके घुमो हए | \v 13 13 जब दक्खिन आँधी धीरेसे चलन लागि, बिनकी इच्छा पुरी हुइहए करके बे क्रेटके किनारे किनारे होत यात्रा करन लागे |
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\v 14 \v 15 \v 16 14 तव थुरदेर पिच्छु बो टापुसे प्रचण्ड आँधी बेढम जोडसे दक्खिन पुर्बैया कहान बारी बियार चली | 15 जब जहाज आँधीको चबेटामे पडिगै, बो तुफानको अग्गु नाए कर पाई, और हम बोके जितए जाबए करके कहिके छोड दए | 16 क्लौडा कहान बारो एक छोटो टापूके आडमे पुगके पिच्छु हम मुस्किलसे जहाजको नैंयाके बचाए पाए
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\v 14 14 तव थुरदेर पिच्छु बो टापुसे प्रचण्ड आँधी बेढम जोडसे दक्खिन पुर्बैया कहान बारी बियार चली | \v 15 15 जब जहाज आँधीको चबेटामे पडिगै, बो तुफानको अग्गु नाए कर पाई, और हम बोके जितए जाबए करके कहिके छोड दए | \v 16 16 क्लौडा कहान बारो एक छोटो टापूके आडमे पुगके पिच्छु हम मुस्किलसे जहाजको नैंयाके बचाए पाए
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\v 17 \v 18 17 बोके उपर उठ्के पिच्छु बिनके कोइ उपाएसे नाए हुइके जहाजके तरेसे बाँधके ल्याए, और सिरटिस कहान बारो बलौटे दलदल मे फस जाए हए करके डरसे बे पालके उतर दै, और जहाज अपनए चलन लागी | 18 अब आँधी हमके बहुत जद्धा उच्लात पछारन लागि, कल बे जहाजके मालसमान फेकन लागे |
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\v 17 17 बोके उपर उठ्के पिच्छु बिनके कोइ उपाएसे नाए हुइके जहाजके तरेसे बाँधके ल्याए, और सिरटिस कहान बारो बलौटे दलदल मे फस जाए हए करके डरसे बे पालके उतर दै, और जहाज अपनए चलन लागी | \v 18 18 अब आँधी हमके बहुत जद्धा उच्लात पछारन लागि, कल बे जहाजके मालसमान फेकन लागे |
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\v 19 \v 20 19 और तिस्रो दिन बे अपन हातसे जहाजमे लठारा मिलए दै | 20 गजब दिनतक घामु, तारा कछु नाए देखनके पाए | तुफान लगातर चल्त रही, अन्तमे बचनकोआशा समेत हराइगव रहए |
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\v 19 19 और तिस्रो दिन बे अपन हातसे जहाजमे लठारा मिलए दै | \v 20 20 गजब दिनतक घामु, तारा कछु नाए देखनके पाए | तुफान लगातर चल्त रही, अन्तमे बचनकोआशा समेत हराइगव रहए |
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\v 21 \v 22 21 गजब दिनतक नखाएके बैठे रहए | तव पावल बिनके ठिन आएके कहि, 'संगी तुम, मिर सल्लाह मानके क्रेटसे जहाज नाए चलनके रहए, और अइसो संकट और हानि भोगन नाए पडतो | 22 अब मए कहात हौँ सहांस करओ | तुमर मैसे कोइकी ज्यान नाए जए हए, तव जहाज चाहिँ नष्ट हुइ जए हए |
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\v 21 21 गजब दिनतक नखाएके बैठे रहए | तव पावल बिनके ठिन आएके कहि, 'संगी तुम, मिर सल्लाह मानके क्रेटसे जहाज नाए चलनके रहए, और अइसो संकट और हानि भोगन नाए पडतो | \v 22 22 अब मए कहात हौँ सहांस करओ | तुमर मैसे कोइकी ज्यान नाए जए हए, तव जहाज चाहिँ नष्ट हुइ जए हए |
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\v 23 \v 24 \v 25 \v 26 23 काहेकी जौन परमेश्वरको मए हौँ | और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए | 24 बो मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्वर तुमरे हातमे सौप दै हए |' 25 जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्वरमे विश्वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए | 26 पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो |”
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\v 23 23 काहेकी जौन परमेश्वरको मए हौँ | और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए | \v 24 24 बो मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्वर तुमरे हातमे सौप दै हए |' \v 25 25 जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्वरमे विश्वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए | \v 26 26 पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो |”
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\v 27 \v 28 \v 29 27 तव जब चौथो रात भई, और एडियास समुन्द्रमे हम उतरत् रहए, तव आँधी रात घेन जहाज चलन बारे हम कोइ जमिनके ढिगैं पुगे हए करके अनुमान करीँ, 28 और गहेराई नापके देखि बे सैतिस मिटर पता लगाई थुरदुर जाएके फिर गाहेराई नपाके बे छब्बीस मिटर पता लगइँ 29 और कोइ चट्टान उपर ठ्क्कर खान पुगे हँए कि डरसे बे जहाजके पिच्छुसे चार लंगार गिरइ, और सुबेरे होबए करके प्रार्थना करत रहए |
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\v 27 \v 28 27 तव जब चौथो रात भई, और एडियास समुन्द्रमे हम उतरत् रहए, तव आँधी रात घेन जहाज चलन बारे हम कोइ जमिनके ढिगैं पुगे हए करके अनुमान करीँ, 28 और गहेराई नापके देखि बे सैतिस मिटर पता लगाई थुरदुर जाएके फिर गाहेराई नपाके बे छब्बीस मिटर पता लगइँ \v 29 29 और कोइ चट्टान उपर ठ्क्कर खान पुगे हँए कि डरसे बे जहाजके पिच्छुसे चार लंगार गिरइ, और सुबेरे होबए करके प्रार्थना करत रहए |
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