From 56501bbab5004137611585224547cdd3e273ffc0 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Thu, 6 Apr 2023 08:34:39 +0545 Subject: [PATCH] Thu Apr 06 2023 08:34:39 GMT+0545 (Nepal Time) --- 12/03.txt | 2 +- 12/05.txt | 1 + 2 files changed, 2 insertions(+), 1 deletion(-) create mode 100644 12/05.txt diff --git a/12/03.txt b/12/03.txt index d419085..5bc5bc8 100644 --- a/12/03.txt +++ b/12/03.txt @@ -1 +1 @@ -\v 3 \v 4 3 जा कामसे यहूदी खुशी भए देखके पत्रुसके फिर पकड्नके तयारीमे रहएँ | जा घटना अखमिरी रोटीको तेवहरके समयमे भओ रहए | 4 हेरोद पत्रुसके पकड्के जेलमे डारदै, और निस्तार तेवहरके पिच्छु बिनके जनतनके अग्गु लान बिचार करके बाके रेखदेख करन के सिपाहीके चार टोलीके जिम्मा लगाईदै | \ No newline at end of file +\v 3 3 जा कामसे यहूदी खुशी भए देखके पत्रुसके फिर पकड्नके तयारीमे रहएँ | जा घटना अखमिरी रोटीको तेवहरके समयमे भओ रहए | \v 4 4 हेरोद पत्रुसके पकड्के जेलमे डारदै, और निस्तार तेवहरके पिच्छु बिनके जनतनके अग्गु लान बिचार करके बाके रेखदेख करन के सिपाहीके चार टोलीके जिम्मा लगाईदै | \ No newline at end of file diff --git a/12/05.txt b/12/05.txt new file mode 100644 index 0000000..c740e33 --- /dev/null +++ b/12/05.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 5 \v 6 5 अइसे करके पत्रुस जेलखानामे रहो, पर बिनके ताहिँ मण्डली परमेश्वरसे बडो जोसके संग प्रार्थना करत रहए | 6 हेरोद बिनके बाहिर निकरनके ढुडि बहे रात, पत्रुस दुई साकरसे बाँधके दुई सिपैयनके बीचमे सोत रहए | सिपैया फिर फाटक के अग्गु ठाणके जेलको रेखदेख करत रहएँ | \ No newline at end of file