From 51e5fd908c8c86793ae4c2d40087652c8ac41a58 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Thu, 6 Apr 2023 10:43:16 +0545 Subject: [PATCH] Thu Apr 06 2023 10:43:16 GMT+0545 (Nepal Time) --- 12/07.txt | 2 +- 12/09.txt | 2 +- 2 files changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/12/07.txt b/12/07.txt index cc19b3c..7c47e17 100644 --- a/12/07.txt +++ b/12/07.txt @@ -1 +1 @@ -\v 7 7 "ईकबरि प्रभुको एक स्वर्गदुत हुँना दिखाईदै, और कोठरीमे ज्योति चम्कि | स्वर्गदुत पत्रुसके कोखमे मारी और "हल्दी उठ" करके बाके जगाई | तव साकर बाके हातसे खुलके गिरिगओ| " \v 8 8 स्वर्गदुत बासे कहि, “कुर्ता लगा, और जुत्ता लगा|” तव बा उइसी करी | बा बासे कहि, “कम्मर ओढके मिर पिच्छु पिच्छु लाग |” \ No newline at end of file +\v 7 "ईकबरि प्रभुको एक स्वर्गदुत हुँना दिखाईदै, और कोठरीमे ज्योति चम्कि । स्वर्गदुत पत्रुसके कोखमे मारी और "हल्दी उठ" करके बाके जगाई । तव साकर बाके हातसे खुलके गिरिगओ| " \v 8 स्वर्गदुत बासे कहि, “कुर्ता लगा, और जुत्ता लगा|” तव बा उइसी करी । बा बासे कहि, “कम्मर ओढके मिर पिच्छु पिच्छु लाग ।” \ No newline at end of file diff --git a/12/09.txt b/12/09.txt index 14c707e..cedf4b7 100644 --- a/12/09.txt +++ b/12/09.txt @@ -1 +1 @@ -\v 9 |” 9 और बा निकरके उनके पिच्छु लागो | स्वर्गदुतसे करो बात नेहत्व हए करके बाके पता नाए रहए| पर दर्शन देखत् हौ करके बा बताइ | \v 10 10 जब पहिलो और दुस्रो पहरा-टोली नाघके सहेरमे घुसनबालि लोहोको फाटकमे पुगे, तओ बा फाटक अपनाए बिनके ताहिँ खुलिगव, और बे बाहिर निकरके एक गल्लीक डगर हुइके गए, और तुरन्त स्वर्गदूत बाके छोड्के गओ | \ No newline at end of file +\v 9 ।” और बा निकरके उनके पिच्छु लागो | स्वर्गदुतसे करो बात नेहत्व हए करके बाके पता नाए रहए। पर दर्शन देखत् हौ करके बा बताइ । \v 10 जब पहिलो और दुस्रो पहरा-टोली नाघके सहेरमे घुसनबालि लोहोको फाटकमे पुगे, तओ बा फाटक अपनाए बिनके ताहिँ खुलिगव, और बे बाहिर निकरके एक गल्लीक डगर हुइके गए, और तुरन्त स्वर्गदूत बाके छोड्के गओ । \ No newline at end of file