From 41c5d82390fc4aa63f5fcce81b1293be37150f08 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Thu, 13 Apr 2023 18:38:12 +0545 Subject: [PATCH] Thu Apr 13 2023 18:38:11 GMT+0545 (Nepal Time) --- 19/28.txt | 1 + 19/30.txt | 1 + 19/33.txt | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+) create mode 100644 19/28.txt create mode 100644 19/30.txt create mode 100644 19/33.txt diff --git a/19/28.txt b/19/28.txt new file mode 100644 index 0000000..bae5fe0 --- /dev/null +++ b/19/28.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 28 \v 29 28 जा सुनके बे गुस्सासे भरगए, "एफिसिकी आर्तेमिस महान है |" कहिके चिल्लान लागे |" 29 सब सहेरमे होहल्ला हुइगव और बे एक जुट हुइके पावलके सहयात्री माकेड़ोनिया बासि गयस और अरिस्तार्खसके पकड्के रङ्गशालाक भितर कढेरत लैगए | \ No newline at end of file diff --git a/19/30.txt b/19/30.txt new file mode 100644 index 0000000..b7357ca --- /dev/null +++ b/19/30.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 30 \v 31 \v 32 30 पावल आदमिन के भीड मे जान मन् करी, पर चेला बाके जान ना दैं | 31 एशियाके तमान मुखिया आदमी पावलके मित रहैँ | बे पावलके रङ्गशाला भितर मत जाओ कहिके बिन्ति करके पठाईं | 32 तव बे अलग अलग बात करके चिल्लान लागे | काहेकी बो भीड मे हल्ला होत रहै, और तमान आदमी ता बे काहे जमा भै हँए बो फिर ना जानत रहएँ | \ No newline at end of file diff --git a/19/33.txt b/19/33.txt new file mode 100644 index 0000000..a7eae27 --- /dev/null +++ b/19/33.txt @@ -0,0 +1 @@ +\v 33 \v 34 33 भीडके कित्तो आदमी अलेक्जेन्डरके अग्गु सारीँ, जौनके यहूदी ठण बाइँ रहए| अलेक्जेन्डर हातसे इशारा करके आदमीनके अग्गु बचानके ताहिँ कछु कहान इच्छा करी| 34 पर बे बा ता यहुदी हए कहिके पता पाइके सबए जनि एकए सोरसे लगभग दुई घण्टा तक एफिसिनकी आर्तेमिस महान है कहातए चिल्लाइ | \ No newline at end of file