From 3bf229218e33a3e8bdc1ea6a2fe7cb81e46df168 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: tsDesktop Date: Fri, 4 Aug 2023 10:52:04 +0545 Subject: [PATCH] Fri Aug 04 2023 10:52:02 GMT+0545 (Nepal Time) --- 05/40.txt | 2 +- 06/07.txt | 2 +- 2 files changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/05/40.txt b/05/40.txt index 131ddbc..cf9bdc3 100644 --- a/05/40.txt +++ b/05/40.txt @@ -1 +1 @@ -\v 40 " बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।' \v 41 बे दिनमे बे एक बछ्राको मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ । \v 42 पर परमेश्वर बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए? \ No newline at end of file +\v 40 " बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।' \v 41 बे दिनमे बे एक बछ्राको मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ । \v 42 पर परमेश्‍वार बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए? \ No newline at end of file diff --git a/06/07.txt b/06/07.txt index ffb99d5..196cc5a 100644 --- a/06/07.txt +++ b/06/07.txt @@ -1 +1 @@ -\v 7 । परमेश्वरको वचन बढात् गौ, और चेलनके संख्या यरुशलेममे गजब बढीगौ |और पुजारी मैसे बहुत जनै जा विश्वासके ग्रहण करीँ । \ No newline at end of file +\v 7 । परमेश्‍रको वचन बढात् गौ, और चेलनके संख्या यरुशलेममे गजब बढीगौ |और पुजारी मैसे बहुत जनै जा विश्वासके ग्रहण करीँ । \ No newline at end of file