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\v 33 "तब परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए | " \v 34 मिश्रामे भए मिर प्रजाको दुर्दशा मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं | बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं | अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं |
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