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\v 29 । तव पवित्र आत्मा फिलिपसे कहि, “जाओ और बो रथके संगमे लागओ ।” \v 30 फिलिप बिनके ठिन दौणके गव, और बिनके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् सुनके बिनसे पुछी, “तुम पढिबात बुझत् हौ?” \v 31 तव बे कहिँ, “कोइ नाए बतए हए तव मए कैसे समझ पएँहौ?” और बे फिलिपके रथमे चढानके बिनके संगमे वैठनके अनुरोध करीं ।