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\v 9 9 पर भैयाघेनको प्रेमके बारेमे कोइके तुमके लिखनके जरुरि नैयाँ, काहेकी एक दुसरे प्रेम करन करके तुम अपनए फिर परमेश्वरसे शिक्षा पाए हौ| \v 10 10 माकेडोनिया भर सब भैयनके तुम नेहत्व प्रेम कर्त हौ| पर भैया हो, और जद्धा उइसी कर्त जाओ करके हम तुमके अर्ती-उपदेश देतहँए| \v 11 11 हम तुमके आज्ञा देत कता, तुम शान्त रहनके, अपन धन्धाको फिक्री करन और अपने हातसे काम करन प्रयत्न करओ, \v 12 12 ताकि बाहिर भए आदमीनसे आदर पान सिकौ, और कोइके भरमे मत पणओ| |