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\v 25 भैया औ, हमर ताहिँ प्रार्थना करऔ। \v 26 सब भैयनके पवित्र चुम्बनसे अभिवादन करऔ। \v 27 मए तुमके प्रभूमे अनुरोध कर्त हौ कि जा चिठ्ठि पढके सबए भैयनके सुनाए देओ। \v 28 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरमे रहाबए।