thr_1co_text_reg/03/03.txt

1 line
812 B
Plaintext

\v 3 तुम हबए फिर संसारिक हौ| काहेकी जब तुमर बिचमे गुस्सा और हल्ला गुल्ला हए, तव का तुम संसारिक चलमे चलनबारे साधारण आदमी जैसे ना भए हौ क ? \v 4 काहेकी मए एक "पावलको" और दुसरो "मए अपोल्लोसको" कहत हौ कहेसे, संसारिक आदमी जैसो ना भए का? \v 5 अपोल्लोस कौन है? पावल कौन है? प्रभु सबके खटाए अनुसार सेवक इकल्लो हँए, बहेसे तुम विश्वास करे ।