\c 4 \v 1 \v 2 अइसी आदमी हमके ख्रीष्टके सेवक और परमेश्वरको रहस्यके मालिक ठाने पडे हँए । 2 बो बाहेके जा आवश्यक हए, कि मालिक विश्वासयोग्य ठहरन पड्त हए ।