From a7504a5c6d8d24c0363989fc00a613b0bfbeb65f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Fri, 28 Jul 2023 21:18:21 +0545 Subject: [PATCH] Fri Jul 28 2023 21:18:21 GMT+0545 (Nepal Time) --- 07/20.txt | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/07/20.txt b/07/20.txt index 9283c96..3d45781 100644 --- a/07/20.txt +++ b/07/20.txt @@ -1 +1 @@ -\v 20 जौन अवस्थामे आदमीके बोलावट भव हए, बहेमे सब आदमी रहो रहबए । \v 21 तुमर बोलावट होतपेती तुम कमैया रहौ? अगर रहौ कहेसे बाको वास्ता मतकरौ, पर स्वतन्त्र होन सिकैगे कहेसे बाको फाईदा उठाबौ । \v 22 कहिके प्रभुमे बोलावट होतपेती जौन आदमी कमैया रहए, अब बो प्रभुके स्वतन्त्र आदमी भव हए । अइसी करके बोलावट भव समयमे जो आदमी स्वतन्त्र रहए, बो ख्रीष्टको कमैया भव हए । \v 23 तुम मोल तिरके किनेभए हौ, आदमीको कमैया नाए बनए । \v 24 जहेमरे भैया हो, जौनके जैसो अवस्थामे बोलावट भव हए, प्रत्येक बहे अस्थामे परमेश्वरसंग रहबै । \ No newline at end of file +\v 20 जौन अवस्थामे आदमीके बोलावट भव हए, बहेमे सब आदमी रहो रहबए । \v 21 तुमर बोलावट होतपेती तुम कमैया रहौ? अगर रहौ कहेसे बाको वास्ता मतकरौ, पर स्वतन्त्र होन सिकैगे कहेसे बाको फाईदा उठाबौ । \v 22 काहिके प्रभुमे बोलावट होतपेती जौन आदमी कमैया रहए, अब बो प्रभुके स्वतन्त्र आदमी भव हए । अइसी करके बोलावट भव समयमे जो आदमी स्वतन्त्र रहए, बो ख्रीष्टको कमैया भव हए । \v 23 तुम मोल तिरके किनेभए हौ, आदमीको कमैया मत बनौ । \v 24 जहेमरे भैया हो, जौनके जैसो अवस्थामे बोलावट भव हए, प्रत्येक बहे अस्थामे परमेश्वरसंग रहबै । \ No newline at end of file