diff --git a/02/06.txt b/02/06.txt index a48e1c7..a2798ca 100644 --- a/02/06.txt +++ b/02/06.txt @@ -1 +1 @@ -\v 6 तव फिर पक्को भए बारेनके बिचमे हम बुध्दिको प्रचार करत हँए, पर जा युगको बुध्दिमे नैयाँ, नत जा युगको शासकको बुध्दि, जो नेहत्व खतम हुइजए हए । \v 7 पर हम परमेश्वरको गुप्त और लुको बुध्दिको प्रचार करत हँए, जो युग-युगसे अग्गु हमर महिमाके ताँहि परमेश्वर निंयुक्त करीरहए । \ No newline at end of file +\v 6 तव फिर पक्को भए बारेनके बिचमे हम बुध्दिको प्रचार करत हँए, पर जा युगको बुध्दिमे नए, नत जा युगको शासकको बुध्दि, जो नेहत्व खतम हुइजए हए । \v 7 पर हम परमेश्वरको गुप्त और लुको बुध्दिको प्रचार करत हँए, जो युग-युगसे अग्गु हमर महिमाके ताँहि परमेश्वर निंयुक्त करीरहए । \ No newline at end of file diff --git a/02/08.txt b/02/08.txt index cd8f534..e239a8b 100644 --- a/02/08.txt +++ b/02/08.txt @@ -1 +1 @@ -\v 8 8 जा युगको कोइ फिर शासक बो बात नबुझी| बे बुझे हुइते त महिमाके प्रभुके क्रूसमे ना टाँङते । \v 9 9 पर अइसो लिखो हए, “आँखीसे ना देखो और कानसे ना सुनो और आदमीको मनमे ना सोचो, जेही बात परमेश्वर बिनके प्रेम करनबालेके ताँहि तयार करि रहए ।” \ No newline at end of file +\v 8 जा युगको कोइ फिर शासक बो बात नबुझी । बे बुझे हुइते त महिमाक प्रभुके क्रूसमे ना टाँङते । \v 9 पर अइसो लिखो हए, “आँखीसे ना देखो और कानसे ना सुनो और आदमीको मनमे ना सोचो, जेही बात परमेश्वर बिनके प्रेम करनबालेके ताँहि तयार करि रहए ।” \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 6d0e4c1..6e68e3f 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -55,6 +55,7 @@ "02-title", "02-01", "02-03", + "02-06", "03-title", "03-08", "04-title",