From 0c5974b8579f9b01ba8aac31121a59281d69c367 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Rana_Tharu Date: Thu, 27 Jul 2023 20:51:12 +0545 Subject: [PATCH] Thu Jul 27 2023 20:51:12 GMT+0545 (Nepal Time) --- 04/06.txt | 2 +- 04/08.txt | 2 +- manifest.json | 1 + 3 files changed, 3 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/04/06.txt b/04/06.txt index 381f040..a79f15f 100644 --- a/04/06.txt +++ b/04/06.txt @@ -1 +1 @@ -\v 6 भैया रे, मए अपन और अपल्लोसके उधारन दैके, तुमर भलाईके ताहिँ जे सब बात लिखो हौँ, ताकी हमसे पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तुम जिन सिकौ, और तुमर मैसे कोइ फिर एक दुसरेके विरुध्दमे घमण्डसे मत फुलौ । \v 7 औरसे तुम कौन बातमे फरक हौ? तुमरसंग का हए, बो तुम ना पाएहौ? तव तुम बो पाए हओ कहेसे बो त वरदान नैयाँ आइसो काहे तुम घमण्डसे फुलत हौ? \ No newline at end of file +\v 6 भैया रे, मए अपन और अपल्लोसके उधारन दैके, तुमर भलाईके ताहिँ जे सब बात लिखो हौँ, ताकी हमसे पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तुम जिन सिकौ, और तुमर मैसे कोइ फिर एक दुसरेके विरुध्दमे घमण्डसे मत फुलौ । \v 7 औरसे तुम कौन बातमे फरक हौ? तुमरसंग का हए, बो तुम ना पाएहौ? तव तुम बो पाए हओ कहेसे बो त वरदान नैयाँ आइसो काहे तुम घमण्डसे फुलत हौ? \ No newline at end of file diff --git a/04/08.txt b/04/08.txt index f8f70f3..76004a1 100644 --- a/04/08.txt +++ b/04/08.txt @@ -1 +1 @@ -\v 8 8 तुम तृप्त हुइगए| तुम धनी हुइगए । हमरबिना त तुम राजा भए हौ| तुम सितमाओक राज्य करेसे फिर त हुइतो, ताकी हम फिर तुमरसंग राज्य करन सकँए! \v 9 9 काहेकी मोके अइसो लागत हए परमेश्वर हम प्रेरितके मृत्युदण्ड पाए भएके जैसो सबसे पच्छु प्रदर्शनमे धारेजैसो मोके लगत हए ।काहेकी संसार, स्वर्गदूत और आदमीके ताहिँ हम तमाशा भए हँए । \ No newline at end of file +\v 8 तुम तृप्त हुइगए| तुम धनी हुइगए । हमरबिना त तुम राजा भए हौ| तुम सितमाओक राज्य करेसे फिर त हुइतो, ताकी हम फिर तुमरसंग राज्य करन सकँए! \v 9 काहेकी मोके अइसो लागत हए परमेश्वर हम प्रेरितके मृत्युदण्ड पाए भएके जैसो सबसे पच्छु प्रदर्शनमे धारेजैसो मोके लगत हए ।काहेकी संसार, स्वर्गदूत और आदमीके ताहिँ हम तमाशा भए हँए । \ No newline at end of file diff --git a/manifest.json b/manifest.json index 6820926..fd72837 100644 --- a/manifest.json +++ b/manifest.json @@ -75,6 +75,7 @@ "04-01", "04-03", "04-05", + "04-06", "05-title", "06-title", "07-title",