thr_1co_text_reg/04/03.txt

1 line
621 B
Plaintext
Raw Normal View History

\v 3 तव बिनसे अथवा आदमीके कोई अदालतसे मेरो इन्साफ होन, जा त मेर ताहिँ निक्कना छोटी बात हए, मए अपनए फिर अपनो इन्साफ ना करत हौँ । \v 4 मिर अपनो विरुध्दमे कुछ हए कहेसे मोके पता नैयाँ, पर बो मोके निर्दोष साबित ना करेहए , मेरो न्याय करनबालो त प्रभुए हए ।