# सामान्य जानकारी यह एक भजन का अंत ना होकर भजन संहिता की चौथी किताब का अंतिम वचन है जो भजन ९० से शुरू होकर भजन १०६ तक है # इस्राएल का परमेश्‍वर धन्य है! लोग इस्राएल के परमेश्‍वर को धन्य कहें # तेरे पवित्र नाम का यहोवा के लोग उसे पवित्र नाम से पुकारतें हैं # अनादिकाल से अनन्तकाल तक पूरे अनन्तकाल तक