# माँस उनके मुँह ही में था, और वे उसे खाने न पाए थे इन दो वाक्‍यांशो का सामान अर्थ है कि परमेश्‍वर ने उन्‍हें उसी समय सजा दी, वह तब भी माँस खा रहे थे। # उस स्थान का नाम किब्रोतहत्तावा पड़ा, यह स्‍पष्‍ट रुप में कहा जा सकता है कि “उन्‍होनें स्‍थान का नाम किब्रोतहत्तावा रखा”। # हसेरोत यह रेगिस्तान में एक जगह का नाम है।