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# बुद्धि का मूल
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यह बुद्धिमान बनने का पहला कदम है
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# जितने उसकी आज्ञाओं को मानते हैं
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जो उसकी आज्ञाओं का पालन करते हैं
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# उसकी स्तुति सदा बनी रहेगी
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लोग सदा उसकी स्तुति करते रहेंगे
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