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# मुझसे दूर न हो।
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“मेरे नजदीक आ जाओ”
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# क्योंकि संकट निकट है।
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“क्योकि मेरे दुशमन मेरे नजदीक है”
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# कोई सहायक नहीं।
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“कोई मददगार नही”
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# बाशान के बलवन्त सांड मेरे चारों ओर मुझे घेरे हुए है।
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"मेरे बहुत से दुशमन हैं और वे बैल की तरह हैं जो मुझे घेर लेते हैं, वे बाशान के मजबूत बैल की तरह हैं जो मुझे घेर लेते हैं“
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# वे मुझ पर अपना मुँह पसारे हुए है।
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लेखक अपने दुसमनो के बारे में ऐसे बोलता है जैसे कि वे मुंह खुले शेर थे जो उसे खाने के लिए तैयार थे। उसके दुश्मन उसे बदनाम करने के लिए झूठ बोल रहे होंगे। या वे उसे धमकी दे रहें हैं और उस पर हमला कर रहें हैं।
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# वे फाड़ने और गरजनेवाले सिंह के समान।
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लेखक अपने दुश्मनों के बारे में बोलता है जैसे कि वे शेर थे। यह इस बात पर जोर देता है कि उसके दुश्मन कितने शक्तिशाली और खतरनाक हैं।
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