# x (पतरस अपना बोलना जारी रखता है) # कोई अपवित्र या अशुद्ध वस्तु मेरे मुंह में कभी नहीं गयी स्पष्ट है कि पात्र में वे जानवर थे जिन्हें यहूदी व्यवस्था के अनुसार खाना वर्जित था। # कोई अपवित्र या अशुद्ध कोई अपवित्र या अशुद्ध यहाँ भोजन की “अपवित्र या अशुद्ध” वस्तुओं की बात हो रही है। # मेरे मुंह में कभी नहीं गयी मेरे मुंह में कभी नहीं गयी अर्थात “मैंने कभी नहीं खाई।” # जो कुछ परमेश्वर ने शुद्ध ठहराया है, उसे अशुद्ध मत कह अर्थात “जो पशु परमेश्वर ने शुद्ध ठहराए हैं, उन्हें अशुद्ध मत कह।” # अशुद्ध पुराने नियम की यहूदी व्यवस्था के अनुसार एक व्यक्ति कई तरह से अशुद्ध हो जाता था, जैसे कि वर्जित जानवरों को खाना आदि।