40 lines
2.2 KiB
Markdown
40 lines
2.2 KiB
Markdown
|
# x
|
||
|
|
||
|
यीशु द्वारा अपने सेवाकार्य के निमित्त बारह शिष्यों को भेजने का वृत्तान्त ही चल रहा है जिसका आरंभ में हुआ है।
|
||
|
|
||
|
# तुम.... तुम्हारा
|
||
|
|
||
|
अर्थात बारह प्रेरित (शिष्य)
|
||
|
|
||
|
# न तो सोना, और न रूपा और न ताँबा रखना।
|
||
|
|
||
|
"सोना, चाँदी, ताँबा कुछ नहीं रखना"।
|
||
|
|
||
|
# रखना
|
||
|
|
||
|
"प्राप्त करना", "ग्रहण करना" या "लेना”
|
||
|
|
||
|
# न सोना, न चाँदी, न तांबा।
|
||
|
|
||
|
ये वे धातु थी जिनसे मुद्रा बनती थी। यह पैसों के लिए लाक्षणिक प्रयोग है। यदि आपके लिए ये धातुएं अनजान है तो इनका अनुवाद "पैसा" करें। (यू.डी.बी.)
|
||
|
|
||
|
# पटुका
|
||
|
|
||
|
पटुका का अर्थ है "पैसा रखने वाले कमरबंध" या इसका अभिप्राय पैसा रखने की थैली से भी हो सकता है। "पटुका" कम में बांधने का कपड़े या चमड़े का पट्टा होता था। वह काफी चौड़ा होता था कि यदि उसे मोड़ लें तो उसमें पैसा रखा जा सकता था।
|
||
|
|
||
|
# झोली
|
||
|
|
||
|
झोली , यात्रा में सामान लेकर चलने के लिए थैला या भोजन या पैसा मांगने के लिए झोली।
|
||
|
|
||
|
# दो कुरते
|
||
|
|
||
|
यहाँ कुरते के लिए वही शब्द काम में ले जो में काम में लिया गया है।
|
||
|
|
||
|
# मजदूर
|
||
|
|
||
|
"कर्मी"
|
||
|
|
||
|
# भोजन
|
||
|
|
||
|
"आवश्यकता की वस्तुएं"
|